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*देश पर हावी होता ममता फार्मूला*पश्चिम बंगाल की ममता बानो शायद देश की सबसे होशियार महिला हैं इसी लिए गैर भाजपा वाले राज्य के मुख्यमंत्री उन्हीं को फॉलो करते हैं। ममता बानो की ये हार्दिक इच्छा थी कि वो आजीवन पश्चिम बंगाल की गद्दी पर बनी रहें। लाख चुनाव होते रहें पर जब जनसंख्या की डेमोग्राफी बदल जायेगी तो चुनाव मात्र एक खानापूरी बन कर रह जायेगा और इसी सोच के तहत उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठियों को अथाह सुविधाओं और नौकरी का लालच देकर पश्चिम बंगाल में न केवल बसाया वरन हिंदुओं के शोषण और पलायन का भी इंतजाम कर दिया। जब बांग्लादेशियों से भी मन नहीं भरा तो रोहिंज्ञाओं के लिए भी द्वार खोल दिये। सरकारी नौकरियों में केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट के दिये निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए सौ प्रतिशत तक मोमिनों की भर्ती कर डाली। आज नतीजा सामने है बीजेपी के चाणक्य अमित शाह, जेपी नड्डा और मोदी जी पश्चिम बंगाल में लाख रैलियां कर लें पर नतीजा तृणमूल के ही पक्ष में आना है।आजीवन सत्ता सुख के लिए इतने हिट फार्मूले को भला कौन मुख्यमंत्री छोड़ना चाहेगा ? केजरीवाल की दिल्ली भी बांग्लादेशियों और रोहिंज्ञाओं के लिए स्वर्ग बनी हुई है। राजस्थान, केरल, तेलंगाना, हरियाणा और महाराष्ट्र भी इसी डेमोग्राफी वाले फार्मूले पर चल निकले हैं अर्थात शान्तिदूत बसाओं हिन्दू भगाओ। उत्तर प्रदेश की नमाजवादी सरकार तो कब से डेमोग्राफी बदलने के चक्कर मे है पर योगी जी के रहते उनकी ये इच्छा परवान नहीं चढ़ पा रही है, अन्यथा यूपी तो सबसे खतरनाक स्टेट होता।अब ताजा मामला बिहार का सामने आ रहा है। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव( RJD) ने कल ही शपथ ली और कम से कम 10000 उर्दू टीचरों की नियुक्ति का रास्ता क्लियर किया.... सर्कुलर में साफ साफ सिर्फ 24 घण्टे के शार्ट नोटिस पर पूछा जा रहा है कि अल्पसंख्यकों (मोमिनों) की राजकीय टीचरों की भागीदारी कितनी है। बंगला भाषा के टीचरों की संख्या भी पूछी जा रही है...बिहार में कम से कम दस जिलों में बांग्लादेशी मोमिन घुसपैठियों का प्रभुत्व है,जिन्होंने भारतीय नागरिकता से सम्बंधित कागज़ जुटा लिए है... को भी सरकारी अध्यापक के रूप में रोजगार देने की मंशा है ... नयी बिहार सरकार की !भारत की साख बढ़ रही है पर हिन्दू दिन प्रतिदिन खतरे में आता जा रहा है जिससे किसी को कोई मतलब नहीं। भारत तेजी से इस्लामिक राष्ट्र की ओर बढ़ रहा है। आने वाले दस वर्षों में भारत मे चुनाव पाकिस्तान की तर्ज पर होंगे अर्थात केवल औपचारिक। मोदी... मोदी चिल्लाने वाले स्वर मद्धिम होकर खत्म हो जाएंगे।*कम से कम पांच ग्रुप मैं जरूर भेजे**कुछ लोग नही भेजेंगे**लेकिन मुझे यकीन है आप जरूर भेजेंगे*🙏🇳🇪

*देश पर हावी होता ममता फार्मूला*

पश्चिम बंगाल की ममता बानो शायद देश की सबसे होशियार महिला हैं इसी लिए गैर भाजपा वाले राज्य के मुख्यमंत्री उन्हीं को फॉलो करते हैं। ममता बानो की ये हार्दिक इच्छा थी कि वो आजीवन पश्चिम बंगाल की गद्दी पर बनी रहें। लाख चुनाव होते रहें पर जब जनसंख्या की डेमोग्राफी बदल जायेगी तो चुनाव मात्र एक खानापूरी बन कर रह जायेगा और इसी सोच के तहत उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठियों को अथाह सुविधाओं और नौकरी का लालच देकर पश्चिम बंगाल में न केवल बसाया वरन हिंदुओं के शोषण और पलायन का भी इंतजाम कर दिया। जब बांग्लादेशियों से भी मन नहीं भरा तो रोहिंज्ञाओं के लिए भी द्वार खोल दिये। सरकारी नौकरियों में केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट के दिये निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए सौ प्रतिशत तक मोमिनों की भर्ती कर डाली। आज नतीजा सामने है बीजेपी के चाणक्य अमित शाह, जेपी नड्डा और मोदी जी पश्चिम बंगाल में लाख रैलियां कर लें पर नतीजा तृणमूल के ही पक्ष में आना है।

आजीवन सत्ता सुख के लिए इतने हिट फार्मूले को भला कौन मुख्यमंत्री छोड़ना चाहेगा ? केजरीवाल की दिल्ली भी बांग्लादेशियों और रोहिंज्ञाओं के लिए स्वर्ग बनी हुई है। राजस्थान, केरल, तेलंगाना, हरियाणा और महाराष्ट्र भी इसी डेमोग्राफी वाले फार्मूले पर चल निकले हैं अर्थात शान्तिदूत बसाओं हिन्दू भगाओ। उत्तर प्रदेश की नमाजवादी सरकार तो कब से डेमोग्राफी बदलने के चक्कर मे है पर योगी जी के रहते उनकी ये इच्छा परवान नहीं चढ़ पा रही है, अन्यथा यूपी तो सबसे खतरनाक स्टेट होता।

अब ताजा मामला बिहार का सामने आ रहा है। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव( RJD) ने कल ही शपथ ली और कम से कम 10000 उर्दू टीचरों की नियुक्ति का रास्ता क्लियर किया.... सर्कुलर में साफ साफ सिर्फ 24 घण्टे के शार्ट नोटिस पर पूछा जा रहा है कि अल्पसंख्यकों (मोमिनों) की राजकीय टीचरों की भागीदारी कितनी है। बंगला भाषा के टीचरों की संख्या भी पूछी जा रही है...बिहार में कम से कम दस जिलों में बांग्लादेशी मोमिन घुसपैठियों का प्रभुत्व है,जिन्होंने भारतीय नागरिकता से सम्बंधित कागज़ जुटा लिए है... को भी सरकारी अध्यापक के रूप में रोजगार देने की मंशा है ... नयी बिहार सरकार की !

भारत की साख बढ़ रही है पर हिन्दू दिन प्रतिदिन खतरे में आता जा रहा है जिससे किसी को कोई मतलब नहीं। भारत तेजी से इस्लामिक राष्ट्र की ओर बढ़ रहा है। आने वाले दस वर्षों में भारत मे चुनाव पाकिस्तान की तर्ज पर होंगे अर्थात केवल औपचारिक। मोदी... मोदी चिल्लाने वाले स्वर मद्धिम होकर खत्म हो जाएंगे।


*कम से कम पांच ग्रुप मैं जरूर भेजे*
*कुछ लोग नही भेजेंगे*
*लेकिन मुझे यकीन है आप जरूर भेजेंगे*

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